आज एक आदमी स्टेज पर बोल रहा था
सारी उम्र हम डरते ही रहे
पहले माँ – बाप का डर
फिर टीचर का डर
फिर बॉस का डर
फिर मौत का डर
तभी किसी ने बीच में टोक दिया की
आपने तो बीवी का जिक्र ही नहीं किया
तभी वो आदमी भी बोल पड़ा
“ डर के मारे ही नहीं किया ”
आज एक आदमी स्टेज पर बोल रहा था
सारी उम्र हम डरते ही रहे
पहले माँ – बाप का डर
फिर टीचर का डर
फिर बॉस का डर
फिर मौत का डर
तभी किसी ने बीच में टोक दिया की
आपने तो बीवी का जिक्र ही नहीं किया
तभी वो आदमी भी बोल पड़ा
“ डर के मारे ही नहीं किया ”