Tau-apni-bike-dho-raha-tha

ताऊ अपनी बाइक धो रहा था

एक दिन हरियाणवी ताऊ अपनी बाइक धो रहा था,


तो उसके सामने से एक हरियाणवी ताई गुजारी वह देख कर बोली,


लगता है मोटरसाइकिल धोई जा रही शेह,


ताऊ – ना जी ना में तो बस इसे पानी पिला रहा से,


क्या पता ये थोड़ा – बहुत पानी पीकर कार बन जावे शेह।