दो दोस्त शराब के नशे में टल्ली होकर ट्रेन की पटरियों पर चल रहे थे। पहला दोस्त– यार ऐसी सीढियां मैंने आज तक नहीं चढ़ी… खतम ही नहीं हो रही हैं दूसरा दोस्त– यार...
पहला दोस्त– क्या खा रहा है? दूसरा दोस्त– गोलगप्पे खा रहा हूं पहला दोस्त– अरे वाह अकेले-अकेले दावत उड़ाई जा रही है। दूसरा दोस्त– हरामजादे अब 10 रुपए के गोलगप्पे से पूरे मोहल्ले में...
पहला दोस्त – यार मुझे यकीन नहीं हो रहा है की तूने मुझे अपने घर बुलाकर इतनी बढ़िया दावत दी । दूसरा दोस्त – ये तो मेरा फर्ज था दोस्त पहला दोस्त – मुझे...
एक दोस्त दूसरे दोस्त से – गाड़ी का पेट्रोल खत्म हो गया.. अब गाड़ी को आगे नहीं ले जा सकते। दूसरा दोस्त – कोई बात नहीं.. गाड़ी को रिवर्स गियर में लगाओ.. घर वापिस...